Samantar 23 (02):31-34 (
2022)
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Abstract
इस पर्चे में मैंने विज्ञान के विकास को आधुनिकता की पृष्टभूमि में मानव-मुक्ति के लक्ष्य की दशा व दिशा के सन्दर्भ में आलोचनात्मक विश्लेषण पद्धति से समझने का प्रयास किया है। इस कार्य के लिए मैंने पेपर में चार प्रमुख बिंदुओं को उढाया है।
पहला बिंदु विज्ञान की मूल्य निरपेक्षता (Value neutrality) को लेकर है जिसके तहत मैंने पूँजी के साथ विज्ञान के संबंध को समझने का प्रयास किया है।
दूसरे बिंदु में विज्ञान शिक्षा और सामाजिक सरोकार के संबंध को वैज्ञानिक तार्किकता (Scientific rationality) और यांत्रिक तार्किकता (Instrumental rationality) के सन्दर्भ में समझने का प्रयास किया है।
तीसरे बिंदु में समाज में विज्ञान के अधिपत्य को लेकर उठाया गया है जिसके कारण विज्ञान का अन्य प्रकार की ज्ञान प्रणालियों से संबंध विच्छेद करने की प्रवित्ति को बढ़ावा मिलता है।
चौथे एवं अंतिम बिंदु में मैंने विज्ञान, तकनीक व विज्ञान का समाज के प्रति नैतिक उत्तरदायित्व के अंतरसंबंध को समझने का प्रयास किया है।